Saturday, October 18, 2008

हमारे प्रेरणास्त्रोत हमारे माता-पिता

माता श्रीमती भीखी देवी और पिता श्री लक्ष्मीपत सिंह चंडालिया

जिनका आशीर्वाद हमारे लिए परमात्मा का सबसे बड़ा वरदान है। उनका सुस्वास्थ्य और प्रसन्नता ही हमारा सबसे बड़ा धन है।


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